Class 11th snapshort Hardwords and hindi explaination
Chapter 1st Summer of the Beautiful White Horse [सुन्दर सफेद घोड़े की ग्रीष्म ऋतु]
William Saroyan
• कहानी के विषय में : यह कहानी दो गरीब आर्मेनियन लड़कों के बारे में है जो एक ऐसे कबीले से सम्बन्ध रखते हैं जिसकी पहचान भरोसा तथा ईमानदारी है।
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
One day back……… ……….to ride. (Page 1)
कठिन शब्दार्थ : tribe (ट्राइब्) = कबीला, hallmarks (हॉल्मा (र)क्स) = लक्षण, पहचान, imaginable (इमैजिनब्ल) = कल्पना के योग्य, magnificence (मैग्निफिस्न्स्) = शानदार, mysterious (मिस्टिअरिअस्) = रहस्यपूर्ण, dream (ड्रीम्) = सपना, खयाल, considered (कन्सिड(र)ड) = विचार किया, crazy (क्रेजि) = पागल, उन्मादी, tapping (टैपिङ्) = थपथपाते हुए, stuck (स्टक्) =
उत्सुकता से बाहर निकाला, Armenian (आ(र) मेनियन्) = आरमेनियन भाषा।
हिन्दी अनुवाद : पुराने अच्छे समय में एक दिन जब मैं नौ वर्ष का था उस समय दुनिया मेरे लिए समस्त प्रकार की शानदार, कल्पनाशील बातों से भरी हुई थी और जीवन अभी तक खूबसूरत और रहस्यपूर्ण विचारों से युक्त था। मेरा चचेरा भाई मोरेड, जिसे मेरे अलावा सब लोग जो उसे जानते थे, सनकी समझते थे, प्रातः के चार बजे मेरे घर आया और मेरे कमरे की खिड़की थपथपाते हुए मुझे जगाया।
उसने कहा—’एरम’।
मै बिस्तर से उछल पड़ा और खिड़की से बाहर देखने लगा।जो मैंने देखा उस पर मुझे विश्वास नहीं हुआ। अभी तक सुबह नहीं हुई थी, लेकिन यह ग्रीष्म ऋतु थी और विश्व के चारों ओर दिन निकलने में अधिक समय नहीं था, मुझे यह जानने के लिए पर्याप्त प्रकाश था कि मैं सपना नहीं देख रहा था।
मेरा चचेरा भाई मोरेड एक सफेद घोड़े पर बैठा हुआ था।
मैंने अपना सिर खिड़की से सटाया और अपनी आँखें मलने लगा।
हाँ, उसने आर्मेनियन भाषा में कहा—यह घोड़ा है। तुम सपना नहीं देख रहे हो। यदि तुम सवारी करना चाहते हो तो शीघ्रता करो।
I knew my cousin…………….. ……….as I chose. (Page 2)
कठिन शब्दार्थ : longings (लॉङ्ग्सि ) = इच्छा, महत्त्वाकांक्षा, poverty-stricken (पावटिस्ट्रिक्न्) = गरीबी से ग्रस्त, comical (कॉमिक्ल) = हास्यास्पद, belly (बेलि) = पेट, उदर, advantage (अड्वान्टिज्) = लाभ या फायदे की स्थिति, consequently (कॉन्सिक्वट्लि) = परिणामस्वरूप, exciting (इक्साइट्ङ्)ि = उत्साहित या उत्तेजित करने वाला, stared (स्टेअ(र)ड) = घूर-घूर के देखना, pious (पाइअस्) = पवित्र, stillness (स्टिल्न्स ) = खामोशी, humour (ह्यूम(र)) = हास्य, frightened (फ्राइटन्ड्) = भयभीत किया, leap out (लीप् आउट्) = छलाँग लगाते हुए बाहर आया।
हिन्दी अनुवाद : मैं जानता था मेरा चचेरा भाई मोरेड जिन्दगी का किसी और से ज्यादा आनन्द लेता था जो गलती से इस संसार में पैदा हुआ हो, लेकिन यह बात मेरे विश्वास से भी ज्यादा थी।
प्रथम स्थान पर मेरी प्रारम्भिक यादें घोड़ों के बारे में यादें रही थीं और मेरी पहली आकांक्षा घोड़े की सवारी की आकांक्षा रही थी।
यह एक आश्चर्यजनक भाग था।
दूसरी बात यह थी कि हम गरीब थे।
यह वह भाग था जो मुझे इस बात की इजाजत नहीं देता था जो मैंने देखा था।
हम गरीब थे। हमारे पास धन नहीं था। हमारा सम्पूर्ण कबीला निर्धनता से ग्रस्त था। गैरोघलेनियन परिवार की प्रत्येक शाखा वाले दुनिया में अत्यन्त आश्चर्यजनक और हास्यास्पद गरीबी का जीवन जीते थे। किसी को भी यहाँ तक कि परिवार के वृद्ध लोगों तक को पता नहीं था कि हम पेट भरने के लिए भोजन हेतु पर्याप्त धन कहाँ से प्राप्त करें। इससे भी खास बात यह थी कि हम अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध थे। हम कोई ग्यारह शताब्दियों से हमारी अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध थे, जब हमारा परिवार अत्यन्त धनवान था हम यह सोचते कि दुनिया कैसी थी? पहले हमें गर्व था, इसके बाद ईमानदार थे और इसके बाद हम उचित-अनुचित के बारे में सोचते थे। हममें से किसी ने दुनिया में किसी से भी अनुचित लाभ नहीं उठाया, अकेले को चोरी करने दो।
परिणामस्वरूप यद्यपि मैं घोड़े को देख सकता था, बहुत शानदार था, यद्यपि मैं इसे महसूस कर सकता था, बहुत प्यारा था, यद्यपि मैं इसे श्वास लेते हुए सुन सकता था, मैं बहुत उत्सुक था, मैं विश्वास नहीं कर सका कि मेरे चचेरे भाई मोरेड के लिए अथवा मेरे लिए या मेरे परिवार के लिए, सोते या जागते में इसका कोई उपयोग हो। क्योंकि मैं जानता था कि मेरे चचेरे भाई मोरेड ने घोड़ा नहीं खरीदा होगा और यदि उसने इसे खरीदा नहीं होगा तो उसने इसे अवश्य चुराया होगा, और मैंने यह विश्वास करने से मना किया कि उसने इसे (घोड़ा) चुराया था।
गैरोघलेनियन परिवार का कोई भी सदस्य चोर नहीं हो सकता।
मैंने पहले तो अपने चचेरे भाई की तरफ घूर-घूर कर देखा और उसके बाद घोड़े की ओर देखा। दोनों में से प्रत्येक में एक पवित्र शान्ति और हास्य था जिसने एक तरफ मुझे प्रसन्न किया पर दूसरी ओर मुझे भयभीत किया।
मोरेड, मैंने पूछा, तुमने यह घोड़ा कहाँ से चुराया है?
खिड़की से उछलते हुए उसने कहा, क्या तुम सवारी करना चाहते हो?
तब. यह सच था। उसने घोडा चराया था। इसके बारे में कोई प्रश्न ही नहीं था। वह मझे आमन्त्रित करने आया था, यह मेरी मर्जी थी कि मैं सवारी करूँ या न करूँ।
Well, it seemed……………… ………..vagrant. (Pages 2-3)
कठिन शब्दार्थ : offered (ऑफ(र)ड) = आग्रह किया, leaped up (लीप्ट अप्) = उछला, edge (एज्) = किनारा, अन्तिम छोर, country (कन्ट्रि) = देहात, vineyards (विनियड्स) = अंगूर के बगीचे, orchards (ऑचड्स) = फलों के बगीचे, irrigation (इरिगेश्न्) = सिंचाई, ditches (डिच्ज) = नलियाँ, खाइयाँ, trot (ट्रॉट) = घोड़े की दुल-दुल चाल, streak (स्ट्रीक्) = प्रवृत्ति, स्वभाव, descendant (डिसेन्डन्ट्) = उत्तराधिकारी, वंशज, enormous (इनॉमस्) = बड़ा, विशाल, moustache (मस्टाश्) = मूंछ, furious (फ्युअरिअस्) = उग्र, अत्यधिक क्रोधित, temper (टेम्प(र)) = स्वभाव, irritable (इरिटब्ल) = चिड़चिड़ा, impatient (इम्पेशन्ट्) = अधीर, trimmed (ट्रिम्ड) = काट के ठीक करना, capricious (कप्रिशस्) = सनकी, vagrant (वेग्रन्ट) = आवारा।
हिन्दी अनुवाद : अच्छा, मुझे लगा सवारी के लिए घोड़ा चुराना किसी अन्य चोरी, जैसे धन चुराना, जैसा नहीं था। जैसाकि मैं जानता था, यह चोरी नहीं हो सकती थी। यदि आप घोड़े के लिए उन्मादी हो, जिस तरीके से मैं और मेरा चचेरा भाई था, यह चोरी नहीं थी। यह चोरी नहीं होनी चाहिए जब तक कि हम इसे बेचने का आग्रह न करें, जो वास्तव में मैं जानता था हम ऐसा कभी नहीं करेंगे।
मुझे कुछ कपड़े पहन लेने दो, मैंने कहा।
बिल्कुल ठीक, उसने कहा, लेकिन जल्दी करो।
मैंने शीघ्रता से कपड़े पहने ।
मैं खिड़की से आँगन में कूदा और उछल कर अपने चचेरे भाई मोरेड के पीछे घोड़े पर बैठ गया।
वालनट एवेन्यू पर हम उस वर्ष शहर के छोर पर रहते थे। हमारे घर के पीछे देहाती इलाका था, अंगूर के बगीचे थे, फलोद्यान थे, सिंचाई की नालियाँ थीं और देहात की सड़कें थीं। तीन मिनट से भी कम में हम ओलिव एवेन्यू पर थे और तब घोड़ा दुलकी चाल चलने लगा। हवा ताजा थी और श्वास लेने में अच्छी थी। घोड़े की चाल को महसूस करना शानदार था। मेरा चचेरा भाई मोरेड हमारे परिवार का सबसे ज्यादा उन्मादी सदस्य समझा जाता था। उसने गाना शुरू कर दिया। मेरा अभिप्राय था, उसने दहाड़ना शुरू कर दिया। वार में कहीं न कहीं एक उन्मादी प्रवत्ति का व्यक्ति होता है, और मेरा चेचेरा भाई मोरेड हमारे कबीले में उन्मादी प्रवृत्ति का स्वाभाविक उत्तराधिकारी समझा जाता था। उससे पहले हमारे चाचाजी खोस्रोव थे, एक भीमकाय व्यक्ति, काले बालों वाला एक अधिक शक्तिशाली सिर था, और सैन जैक्विन वैली में सबसे बड़ी मूंछे थीं, ऐसे उग्र स्वभाव, बहुत चिड़िचिड़ा, बहुत अधीर व्यक्ति थे कि वह हर किसी को दहाड़ते हुए बात करने से रोक देते थे, इसमें कोई नुकसान नहीं, इस पर ध्यान मत दो।
यह कोई बात नहीं कि कोई किस घटना पर बात करता था, उनके लिए यही था। एक बार उनका बेटा ऐरेक 8 ब्लॉक, दौड़ता हुआ नाई की दुकान पर आया, जहाँ उसके पिताजी मूंछ ठीक करवा रहे थे, उन्हें यह बतलाने को कि उनके मकान में आग लग गई। वह व्यक्ति खोस्रोव कुर्सी में बैठे हुए दहाड़ने लगे, कोई नुकसान नहीं, इस पर ध्यान मत दो। नाई ने कहा लेकिन लड़का कहता है कि आपके मकान में आग लगी है। अतः खोस्रोव दहाड़े, बहुत हो गया, मैं कहता हूँ, इसमें कोई हानि नहीं।
मेरा मित्र मोरेड उस व्यक्ति का प्राकृतिक उत्तराधिकारी माना गया, यद्यपि मोरेड के पिता का नाम जोराब था जो व्यावहारिक व्यक्ति थे, इसके अलावा कुछ नहीं। यह वही है जो हमारे कबीले में होता था। एक व्यक्ति अपने पुत्र के मांसल शरीर का पिता तो हो सकता है परन्तु इसका यह तात्पर्य नहीं कि वह उसकी भावनाओं का भी पिता हो। हमारे कबीले की विभिन्न प्रकार की भावनाएँ सनकी और आवारा प्रकार की हो गयी थीं।
We rode and my…………………..dripping wet. (Pages 3-5)
कठन शब्दार्थ : get down (गेट डाउन्) = नीचे उतरना, heels (हील्स) = एड़ी, snorted (स्नॉट्ड) = फुफकारना, dripping wet (ड्रिपिङ् वेट) = पानी टपकते हुए।
हिन्दी अनुवाद : हम घोड़े पर सवार हो गए और मेरा चचेरा भाई गाता रहा। क्योंकि कोई भी ये जाने कि हम पुराने देहात में ही हैं जहाँ वे कम-से-कम हमारे कुछ पड़ौसियों के अनुसार, हम रहने वाले हैं। हमने घोड़े को तब तक दौड़ने दिया जब तक उसका मन हुआ।
अन्त में मेरे चचेरे भाई मोरेड ने कहा, उतर जाओ, मैं अकेला सवारी करना चाहता हूँ।
मैंने पूछा क्या तुम मुझे अकेले सवारी करने दोगे?
यह घोड़े पर निर्भर करता है, मेरे चचेरे भाई ने कहा। उतर जाओ।
घोड़ा मुझे सवारी करने देगा, मैंने कहा।
हम देख लेंगे, उसने कहा। यह मत भूलो कि मैं घोड़े की सवारी का तरीका जानता हूँ।
अच्छा, मैंने कहा, माना, तुम्हारे पास घोड़े से व्यवहार का तरीका है, मेरे पास भी तरीका है।
उसने कहा, तुम्हारी सुरक्षा के लिए हम ऐसी आशा करें। उतर जाओ।
बिलकुल ठीक.मैंने कहा। लेकिन याद रखो तम्हें मझे अकेले सवारी करने का प्रयास करने का अवसर देना है। मैं उतर गया और मेरे चचेरे भाई मोरेड ने घोड़े के ऐंड लगायी और चिल्लाया, वजीरे, दौड़ो। घोड़ा अपनी पिछली टाँगों पर खड़ा हो गया, फुफकारा और तेज गति से दौड़ने लगा जो बहुत ही रोचक था जो मैंने पहले कभी देखा हो। मेरे चचेरे भाई मोरेड ने घोड़े को सूखी घास के मैदान से सिंचाई की नाली तक दौड़ाया तथा नाली को कुदाया और 5 मिनट बाद पानी टपकते हुए लौट आया।
मेरा चचेरा भाई मोरेड दौड़ता हुआ सड़क की तरफ आया।
मैं तुम्हारे प्रति चिन्तित नहीं हैं, वह चिल्लाया। हमें उस घोडे को तलाश करना चाहिए। मैं इस तरफ जाऊँगा तुम उस तरफ जाओ। यदि तुम्हें घोड़ा मिल जाए तो उदारता बरतना, मैं नजदीक ही रहूँगा।
.Not until this morning…………………..shouted. (Page 6)
हिन्दी अनुवाद : आज सुबह तक नहीं, उसने कहा।
क्या तुम सच बोल रहे हो? मैंने कहा।
निस्सन्देह नहीं, उसने कहा, लेकिन यदि हमारा पता चल गया तो यह वही होगा जो तुम कहते हो। मैं नहीं चाहता कि हम दोनों को झूठा समझा जावे। जो कुछ तुम जानते हो वह यही है कि हमने सवारी आज सुबह शुरू की थी।
बिल्कुल ठीक, मैंने कहा।
वह घोड़े को चुपचाप एक अंगूर की बेल के खलिहान में ले गया जो एक बार किसान फैटवेजिअन का गर्व था। खलिहान में कुछ जई तथा सूखा रिज़का था।
हम घर की तरफ चल दिए।
उसने कहा, घोड़े से इस तरह का अच्छा व्यवहार करवाना इतना आसान नहीं था। पहले तो यह पागल की तरह भागना चाहता था, लेकिन, मैंने जैसा तुमसे कहा था, मेरे पास घोड़े का एक तरीका था, मैं इससे वही करवा सकता हूँ जो करवाना चाहता हूँ। घोड़े मुझे समझते हैं।
यह तुम कैसे करते हो? मैंने कहा।
घोड़े से मेरी समझाइश रहती है, उसने कहा।
तुम्हारे टाँगें हैं, मेरे चाचा खोस्नोव चिल्लाए।
My left leg………………horse eagerly. (Page 7)
कठिन शब्दार्थ : stalked out (स्टॉक्ट आउट) = गुस्से में चला गया, slamming (स्लैमिङ्) = धड़ाम से बन्द करना (दरवाजा), peach (पीच्) = आडू, nevertheless (नेवदलेस्) = इसके बावजूद।
हिन्दी अनुवाद : मेरी बायीं टाँग में दर्द है, किसान ने कहा।
इस पर ध्यान मत दो, मेरे चाचा खोस्रोव दहाड़े।
उस घोड़े की मेरे लिए कीमत 60 डालर है, किसान ने कहा।
मैं धन पर थूकता हूँ, मेरे चाचा खोस्रोव ने कहा।
वह खड़ा हो गया और गुस्से में भर कर बाहर चला गया, दरवाजे को धड़ाम से बन्द करते हुए। मेरी माँ ने स्पष्ट किया।
उसका हृदय विनम्र है, उसने कहा। सामान्यतया उसे घर की याद सताने की बीमारी थी और वह बहुत बड़ा व्यक्ति था।
किसान चला गया और मैं अपने चचेरे भाई मोरेड के घर दौड़कर आया।
वह एक आडू के पेड़ के नीचे बैठा था, वह एक छोटे से रोबिन पक्षी के क्षतिग्रस्त पंख को सही करने की कोशिश कर रहा था, जो उड़ नहीं सकता था।
क्या बात है? उसने कहा।
जॉन बायरो किसान, मैंने कहा। वह हमारे घर आया था। वह अपना घोड़ा चाहता है। इसे तुमने एक माह पहले लिया है। मैं चाहता हूँ कि तुम वादा करो कि जब तक मैं घोड़े की सवारी सीख न जाऊँ इसे लौटाओगे नहीं।
तुम्हें सवारी सीखने में एक वर्ष का समय लगेगा, मेरे चचेरे भाई मोरेड ने कहा।
हम घोड़े को एक वर्ष रख सकते हैं, मैंने कहा।
मेरे चचेरा भाई मोरेड पैरों के बल उछल पड़ा।
क्या? वह दहाड़ा। क्या तुम गैरोघलेनियन परिवार के एक सदस्य को चोरी के लिए आमन्त्रित कर रहे हो? घोडा उसके सच्चे मालिक के पास जाना चाहिए।
कब? मैंने कहा।
अन्तिम रूप से 6 माह में, उसने कहा।
उसने पक्षी को हवा में फेंक दिया। पक्षी ने बहुत कोशिश की। लगभग दो बार गिर गया, लेकिन अन्त में ऊँचा और सीधा उड़ गया।
रोज सुबह जल्दी ही दो सप्ताह के लिए मैं और मेरा भाई मोरेड घोड़े को अंगूर के निर्जन बगीचे के खलिहान से ले जाते, जहाँ हमने उसे छिपा रखा था, और सवारी करते थे, और प्रत्येक सुबह जब मेरा अकेले सवारी करने का अवसर आता वह अंगूर की बेलों और छोटे-छोटे पेड़ों पर उछल जाता और मुझे गिरा कर भाग जाता। फिर भी मैं आशा करता था कि समय पर मैं भी वैसे ही घुड़सवारी करना सीख जाऊँगा जैसे मेरा चचेरा भाई मोरेड करता था।
एक दिन सुबह फैटवेजिअन के निर्जन अंगूर के बगीचे में हमें किसान जॉन बायरो मिल गया, जो अपने रास्ते शहर जा रहा था। मेरे चचेरे भाई मोरेड ने कहा—मुझे बात करने दो। मुझे किसानों से बात करना आता है।
शुभ प्रभात, जॉन बायरो, मेरे चचेरे भाई ने किसान से कहा।
किसान ने घोड़े को उत्सुकता के साथ ध्यान से देखा।
Good morning……………..attention to it. (Page 8)
कठिन शब्दार्थ : twins (ट्विन्स) = जुड़वाँ, सदृश, tooth for tooth (टूथ् फ(र) टूथ्) = एकसमान, हूबहू, suspicious (सस्पिशस्) = शंकालु, whispered (विस्प(र)ड) = बुदबुदाया, tempered (टेम्प(र)ड) = स्वभाव।।
हिन्दी अनुवाद : शुभ प्रभात, मेरे मित्रों के पुत्रो, उसने कहा। आपके घोड़े का क्या नाम है?
मेरे चचेरे भाई मोरेड ने आरमेनियन में कहा—’मेरा हृदय’ (माई हार्ट)।
एक प्यारा नाम, जॉन बायरो ने कहा। एक प्यारे घोड़े के लिए। मैं शपथ खाकर कह सकता हूँ यह वही घोड़ा है जो कई सप्ताह पहले मेरे यहाँ से चुराया गया था। क्या मैं इसके मुँह के अन्दर देख सकता हूँ?
निस्सन्देह, मोरेड ने कहा।
किसान ने घोड़े के मुँह में देखा।
हूबहू वही है, उसने कहा। यदि मैं तुम्हारे माता-पिता को नहीं जानता तो शपथपूर्वक कहता यह घोड़ा मेरा है। तुम्हारा परिवार ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध है यह मैं जानता हूँ। फिर भी यह घोड़ा मेरे घोड़े का जुड़वाँ है। एक शंकालु आदमी अपने मन की जगह अपनी आँखों पर ज्यादा विश्वास करेगा। शुभ दिन, मेरे नौजवान मित्रो।
शुभ दिन, जॉन बायरो, मेरे चचेरे भाई मोरेड ने कहा।
अगले दिन सुबह जल्दी ही हम घोड़े को जॉन बायरो के अंगूर के बगीचे में ले गए और उसे खलिहान में बाँध दिया। कुत्तों ने बिना आवाज किए हमारा पीछा किया। मैंने मेरे चचेरे भाई मोरेड से फुसफुसाकर कहा, कुत्ते, मैंने सोचा था कि ये भौंकेंगे। वे किसी अन्य स्थान पर भौंकेंगे, उसने कहा। मेरे पास कुत्तों के लिए एक तरीका है।
मेरे चचेरे भाई मोरेड ने घोड़े की गर्दन में बाँहें डालीं, अपनी नाक घोड़े की नाक से रगड़ी, उसे थपथपाया और फिर चले आए।
उस दिन दोहपहर बाद जॉन बायरो अपनी बग्घी में हमारे घर आया और मेरी माँ को घोड़ा दिखाया जो चोरी हो गया था और लौटा दिया गया था।
मैं नहीं जानता कि क्या सोचा जाए? उसने कहा। घोड़ा पहले से ज्यादा मजबूत है। अच्छे स्वभाव का भी है। मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ। मेरे चाचाजी खोस्रोव जो बैठक में थे, चिड़चिड़े हो गए और चिल्लाए शान्त, व्यक्ति, शान्त। तुम्हारा घोड़ा लौटा दिया गया है, इस पर ध्यान मत दो।
– Masti Venkatesha Iyengar
कहानी के बारे में-रंगा, लेखाकार का पुत्र है जो गाँव के समूह में बिरले ही पैदा होते हैं, जो शहर में अपने अध्ययन को पूरा करने के लिए रह चुका है। जब वह बैंगलोर शहर से अपने गाँव लौटा तो लोगों की भीड़ उसके घर के पास उसे देखने के लिए एकत्रित हो गयी कि क्या वह बदल गया या नहीं। शादी के बारे में उसके विचार अब अत्यन्त भिन्न हैं या क्या वे (वास्तव में) भिन्न हैं?
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
Whenever you……………….he has seen many. (Pages 16-17)
कठिन शब्दार्थ-Breed (ब्रीड्) = नस्ल, वंश, folk (फोक्) = समूह, pursue (पस्यू) = (यहाँ) पूरा करना, mill around (मिल् अराउन्ड्) = भीड़ से घिरा हुआ, title (टाइट्ल) = शीर्षक, mouth filling (माउथ् फिलिङ्) = भारी भरकम, victory (विक्टरि) = विजय, mention (मेन्श्न् ) = वर्णन, wedding (वेडिङ्) = शादी, fancy (फैन्सि) = कल्पना करना, आकर्षक, fault (फॉल्ट्) = दोष, geography (जिऑग्रफि) = भूगोल, probably (प्रॉबब्लि) = संभवतया, शायद, exists (इग्जिस्ट्स) = अस्तित्व में होना, मौजूद होना, blindly follow (ब्लाइन्डलि फॉलो) = अन्धानुकरण, referred (रिफ(र)ड) = जिक्र करना, वर्णन करना, expect (इक्स्पे क्ट्) = आशा करना, cartographer (काटॉग्रफ(र)) = नक्शे बनाने वाला, direction (डरेक्श्न् ) = दिशा, karigadabu (कैरीगैडाबू) = नारियल की बनी मिठाई, festive (फेस्टिव्) = आनन्द, object (अब्जेक्ट) = एतराज, stick (स्टिक्) = डटा रहा, opinion (अपिन्यन्) = विचार, glowing (ग्लोइङ्) = खुश होना, चमकना, flea (फ्ली) = पिस्सू, pestered (पेस्ट(र)ड) = सताया हुआ।
हिन्दी अनुवाद : जब आप यह शीर्षक देखें आपमें से कुछ पूछ सकते हैं, “रंगा की शादी?” क्यों नहीं, “रंगनाथ विवाह” या “रंगनाथ विजय?” अच्छा, हाँ। मैं जानता हूँ मैं कुछ अन्य भारी भरकम शब्द जैसे कि जगन्नाथ विजय या गिरिजा कल्याण जैसे शब्दों का प्रयोग कर सकता था। लेकिन तब यह बात जगन्नाथ विजय या गिरिजा की शादी के बारे में नहीं थी। यह हमारे स्वयं के रंगा की शादी के बारे में है, अतः कोई आकर्षक शीर्षक नहीं दे सका। होसाहाली हमारा गाँव था। आपने इसके बारे में जरूर सुना होगा। नहीं? क्या दयनीय बात है? लेकिन यह आपका दोष नहीं है। किसी भी भूगोल की पुस्तक में इसका वर्णन नहीं है। वे साहिब इंग्लैण्ड में, अंग्रेजी में लिखते हैं, शायद नहीं जानते कि ऐसा स्थान मौजूद है, और इसलिए इसका वर्णन नहीं करते। हमारे स्वयं के लोग भी इसके बारे में भूल जाते हैं। आप जानते हैं यह कैसे हैं वे भेड़ों के समूह की तरह हैं। एक भेड़ गड्ढे में गिरती है तो बाकी की भेड़ें भी उसी का अनुसरण करती हैं। इंग्लैण्ड के साहिब और हमारे अपने भूगोल ज्ञाता दोनों ने ही इसका जिक्र नहीं किया। आप बेचारे नक्शानवीस से आशा नहीं कर सकते कि वह इसे नक्शे में प्रदर्शित करे, क्या आप आशा कर सकते हैं? और इसलिए किसी नक्शे पर हमारे गाँव की छाया भी नहीं है।
खेद है, मैंने कहीं और जगह की बात शुरू कर दी और तब अन्य दिशा में चला गया। यदि मैसूर राज्य का भारतवर्ष में वही स्थान है जो किसी त्यौहारी भोज में करीगडाब (नारियल की मिठाई) का है, तो होसाहाली का मैसूर राज्य में वही स्थान है जो अन्दर भरी जाने वाली सामग्री का करीगडाबू (नारियल की मिठाई) में है। जो मैंने कहा वह पूरी तरह सच है, मेरा विश्वास करो। मैं आपके प्रश्न करने पर एतराज नहीं करूँगा लेकिन मैं अपनी विचारधारा पर कायम रहूँगा। मैं ही एकमात्र ऐसा नहीं हूँ जो प्रसन्नता के साथ होसाहाली के बारे में कहता हो। हमारे यहाँ पर एक डॉक्टर है। उसका नाम गुण्डाभट्ट है। वह मुझसे सहमत है। वह कुछ स्थानों पर रह चुका है। नहीं, इंग्लैण्ड में नहीं। यदि कोई उससे पूछे कि क्या वह वहाँ रह चुका है, वह कहता है, “नहीं अन्नाया (कन्नड़ भाषा में बड़ों के लिए एक सम्मानसूचक शब्द), यह मैंने आपके लिए रख छोड़ा है। एक पिस्सू द्वारा सताए कुत्ते की तरह चारों ओर दौड़ना मेरे बस की बात नहीं है। यद्यपि अपने समय में मैंने कुछ ही स्थान देखे हैं।” सच बात तो यह है उसने बहुत से स्थान देखे हैं।
We have some mango………………….performing monkey here. (Pages 17-18)
कठिन शब्दार्थ : raw (रॉ) = कच्चा, sourness (साउअ(र)नस) = खट्टापन, brahmarandhra (ब्रह्मरन्ध्र) = मस्तिष्क, chutney = चटनी, cough (कॉफ्) = खाँसी, suffered (सफ(र)ड) = पीड़ित, medicine (मेड्स्न् ) = दवा, creeper (क्रीप(र)) = बेल, feast (फीस्ट्) = आनन्द, behold (बिहोल्ड) = देखना, rambling (रैब्लिङ्) = इधर-उधर की हाँकना, courage (करिज्) = साहस, come across (कम् अक्रॉस्) = संयोग से मिलना, disgraceful (डिस्ग्रेस्फ्ल ) = अपमानजनक, pice (पाइस्) = पैसा, change (चेन्ज्) = छुट्टे पैसे, रेजगारी, muttering (मट(रि)ङ्) = बुदबुदाते हुए, priceless (प्राइस्लस्) = अमूल्य, commodity (कमॉडटि) = वस्तु, wide spread (वाइड् स्प्रेड्) = प्रचलन, decade (डेकेड्) = दशक, event (इवेन्ट्) = घटना, rushed (रश्ट्) = तेजी से गए, announcing (अनाउन्सिङ्) = घोषणा करते हुए, attracted (अट्रैक्ड) = आकर्षित किया, court yard (कॉट्याड्) = आंगन, performing (परफॉर्मिंग) = खेल दिखाना, किसी कार्य को करना।
हिन्दी अनुवाद : हमारे गाँव में कुछ आम के पेड़ हैं। आओ हमारे यहाँ घूमो और मैं आपको उनमें से एक कच्चा आम दूंगा। इसे खाना मत। थोड़ा-सा दांत से काटो। निश्चयपूर्वक इसका खट्टापन आपके मस्तिष्क में पहुँच जायेगा। मैं एक बार ऐसा फल घर ले गया और इसकी चटनी बनायी। हम सबने इसे खाया। इसके बाद हमें खाँसी की बीमारी हो गई ! इसके बाद मैं खाँसी की दवा लेने गया तब डॉक्टर ने मुझे फल की विशेषता के बारे में बतलाया।
ठीक जिस तरह आम विशेष है, इसी प्रकार की बातें हमारे गाँव के चारों ओर हैं। गाँव के तालाब के शुद्ध पानी में बहुत सुन्दर बेल उगी हुई है। इसके फूल देखने में आनन्ददायी हैं। बेल के दो पत्ते लो जब आप तालाब पर नहाने जाओ और आपको पत्तियाँ प्राप्त करने की कोई चिन्ता नहीं रहेगी जिस पर आप दोपहर का खाना परोसेंगे। आप यह कहेंगे कि मैं इधर-उधर की हाँक रहा हूँ। हमेशा ऐसा ही होता है जब हमारे गाँव का विषय आता है। लेकिन बहुत हो गया। यदि आप में से कोई हमारे यहाँ भ्रमण करना पसंद करे तो मुझे एक पत्र लिख दो। क्या आप यह बतलाने देंगे कि होसाहाली कहाँ है और यहाँ कैसी-कैसी चीजें हैं। किसी स्थान को जानने का सबसे अच्छा तरीका है वहाँ भ्रमण करो, क्या आप सहमत नहीं?
जो बात मैं आपको बतलाने जा रहा हूँ, वह दस वर्ष पहले घटी थी। तब हमारे बहुत से लोग अंग्रेजी नहीं जानते थे। हमारे गाँव का लेखाकार पहला व्यक्ति था जिसने अपने बेटे को अध्ययन के लिए बैंगलोर भेजने का पर्याप्त साहस दिखाया। आज बात भिन्न है। बहुत से लोग हैं जो अंग्रेजी जानते हैं। छुट्टियों के दिनों में आप अंग्रेजी में बात करते हुए प्रत्येक गली में उनके सम्पर्क में आ सकते हो। उन दिनों में हम अंग्रेजी नहीं बोलते थे और बात करते समय अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी नहीं करते थे अपितु कन्नड़ में बात करते थे। जो कुछ भी हुआ वह अपमानजनक है, मेरा विश्वास करो। दूसरे दिन मैं रामाराव के घर गया जब उन्होंने लकड़ी का एक बण्डल खरीदा। रामाराव का बेटा भुगतान करने हेतु बाहर आया। उसने औरत से पूछा, “मुझे इसका कितना पैसा देना चाहिए?” “चार पैसा”, उसने कहा। लड़के ने उससे कहा उसके पास रेजगारी’ नहीं है और अगले दिन सुबह आने के लिए कहा । बेचारी औरत रेजगारी के अंग्रेजी शब्द को समझ नहीं पायी और बुदबुदाती चली गई। मैं भी नहीं जान पाया। बाद में जब मैं रंगा के घर गया और उससे पूछा, इसका क्या अर्थ था तब मैं समझा। बार
हमारे गाँव में एक दशक पहले, अंग्रेजी भाषा की, इस अमूल्य वस्तु का इतना प्रचार नहीं था। यही कारण था कि रंगा का घर आना एक महान् घटना थी। लोग यह कहते हुए उसके दरवाजे की सीढ़ियों तक दौड़े, “लेखाकार का पुत्र आया है,” “जो लड़का बैंगलोर अध्ययन के लिए गया वह यहाँ है, ऐसा दिखायी देता है”, और “आओ, रंगा यहीं है। हम जावें और एक झलक देखें।”
भीड़ से आकर्षित होकर मैं भी वहाँ गया और आंगन में खड़ा होकर पूछने लगा, “यहाँ ये सब लोग क्यों आए हैं? यहाँ तो बन्दर का खेल भी नहीं हो रहा है।” ।
A boy, ………………..I am not marrying now. (Pages 18-19)
कठिन शब्दार्थ : immature (इमट्युअ(र)) = अपरिपक्व, manners (मैन(र)स) = तौर-तरीका, ढंग, caste (कास्ट) = जाति, melted away (मेल्ट्ड अवे) = तितर-बितर हो गई, lump (ला
ढेला, blessings (ब्लेसिङ्स) = आशीर्वाद, aspect (ऐसपेक्ट) = पहलू, पक्ष, advantage (अड्वान्टिज्) = लाभ, फायदा, assessed (असेसड) = जाँचना, निर्धारण करना, worth (वथ्) = योग्य, मूल्य, stiff (स्टिफ्) = कठोर, सख्त, jerking (जकिङ्) = ऐंठते हुए, झटका देते हुए, wand (वॉन्ड्) = जादूगरी की छड़ी, pleasantries (प्लेज्नृरीज) = हँसी-मजाक, couple (कप्लट्) = जोड़ा, generous (जेनरस्) = उदार, considerate (कन्सिडरट्) = विचार किया, janewara (जनेवा(रा)) = जनेऊ, recently (रीट्लि ) = हाल ही में, troupe (ट्रप) = दल, staged (स्टेज्ड) = मंचन किया, play (प्ले) = नाटक, bride (ब्राइड्) = दुल्हन, bachelor (बैचल(र)) = कुंवारा।
हिन्दी अनुवाद : एक बिना दिमाग के लड़के ने कहा जो सबके सुनने के लिए बहुत तेज था। “तुम यहाँ क्या कर रहे हो, तब?” एक छोटा, अपरिपक्व और बिना किसी तौर-तरीके वाला। यह सोचते हुए कि ये सब बातें भूतकाल की थीं, मैं चुप रहा।
इतने सारे लोगों को देखकर रंगा मुस्कराते हुए वहाँ आया।
यदि हम सब अन्दर चले जाते तो, जैसा लोग कहते हैं वह स्थान कलकत्ता की काल कोठरी जैसा बन जाता। ईश्वर को धन्यवाद, ऐसा नहीं हुआ। प्रत्येक व्यक्ति यह देखकर आश्चर्यचकित रह गया कि रंगा जैसा छ: माह पहले था वैसा ही था। एक बूढ़ी महिला जो उसके नजदीक थी उसने अपने हाथ उसकी छाती पर फेरे, उसकी आँखों में देखा और कहा, “जनेऊ अभी तक भी है। इसने अपनी जाति को नहीं खोया है।”
उसके शीघ्र बाद वह चली गई। रंगा हँसने लगा।
एक बार उन्होंने फिर यह महसूस किया कि अभी भी रंगा के वही हाथ-टांगें, वही आँखें, वही नाक थी, भीड़ तितर-बितर हो गई, जैसे गुड़ का ढेला बच्चे के मुँह में पिघल जाता है। मैं वहीं खड़ा रहा। सबके जाने के बाद मैंने पूछा, “रंगप्पा, तुम कैसे हो? क्या सब कुछ ठीक है?” तब रंगा ने मेरी तरफ ध्यान दिया। वह मेरे पास आया और सम्मान के साथ नमस्कार किया, कहते हुए, “आपके आशीर्वाद से मैं बिल्कुल ठीक हूँ।”
– मझे आपका ध्यान रंगा के चरित्र के पहल की ओर दिलवाना है। वह जानता था कि किसी से बात करने का कब लाभ होगा और लोगों का उचित रूप से मूल्यांकन करता था। जहाँ तक उसका मुझसे नमस्कार करने की बात थी उसने वर्तमान काल के लड़के की तरह नहीं किया, अपना सिर ऊपर सूर्य की ओर करके, ऐसे खंभे की तरह खड़ा होकर जिसमें कोई जोड़ न हो, उसने अपने शरीर को इस तरह झटका दिया मानो वह कोई जादू की छड़ी या घूमने की छड़ी हो। केवल उसने अपने हाथ ही नहीं जोड़े, वरन् वह मेरे पैर छूने नीचे झुक गया। “तुम्हारी शीघ्र ही शादी हो जावे,” मैंने आशीर्वाद देते हुए कहा। कुछ देर हँसी-मजाक के बाद, मैं चला आया।
उस दिन दोपहर बाद, जब मैं विश्राम कर रहा था, रंगा अपने हाथ में दो नारंगी (संतरे) लेकर हमारे घर आया। एक उदार, विचारणीय व्यक्ति। उसकी शादी होना अच्छा रहेगा, व्यवस्थित हो जायेगा और समाज की सेवा करेगा, मैंने सोचा।
थोड़ी देर तक हमने इधर-उधर की बातें कीं। तब मैं मूल बिन्दु (असल बात) पर आया। “रंगप्पा, तुम्हारा शादी कब करने का विचार है?”
“मैं अभी शादी करने नहीं जा रहा हूँ,” उसने कहा।
“क्यों नहीं?”
मुझे उचित लडकी तलाशने की आवश्यकता है। मैं एक अधिकारी को जानता हूँ जिसने अभी छ: माह पहले शादी की थी। वह तीस वर्ष का है और उसकी पत्नी पच्चीस वर्ष की, मुझे बतलाया गया है। वे एक दूसरे से प्यार भरी बातें कर सकेंगे। हमें कहना है (मान लो) मैं एक छोटी लड़की से शादी करूँ। वह मेरे प्यार में कहे गए शब्दों को गुस्से में कहे गये शब्द मान सकती है। हाल ही में, एक दल ने बैंगलोर में शकुन्तला नामक नाटक का मंचन किया था। यदि शकुन्तला वर्तमान की दुल्हनों की तरह कम उम्र की होती तो दुष्यन्त का उसके प्यार में पड़ने का प्रश्न ही नहीं उठता, क्या होता? तो कालिदास के नाटक का क्या होता? यदि किसी को शादी करनी है तो लड़की परिपक्व होनी चाहिए। अन्यथा कुंवारा ही रह जाना चाहिए। यही कारण है, मैं अभी शादी नहीं कर रहा हूँ।
“Is there any other…………the marrying kind.” (Pages 19-20)
कठिन शब्दार्थ : admire (अड्माइअ(र)) प्रशंसा करना, stains (स्टेन्स) = धब्बे, bittergourd (बिट(र)गोड्) = करेला, exactly (इग्जैट्लि ) = ठीक, distressed (डिस्ट्रेस्ट) = निराश किया, chatting (चैटिङ्) = बातचीत करना, made up my mind (मेड् अप् माइ माइन्ड्) = अपने दिमाग में निश्चय करना, pretty (प्रिटि) = सुन्दर, play (प्ले) = बजाना (वाद्ययन्त्र), harmonium (हामोनियम्) = हारमोनियम, frequent (फ्रीक्वन्ट) = लगातार, buttermilk (बटमिल्क्) = छाछ, fetch (फेच्) = जाकर लाना, wearing (वेअ(रि)ङ्) = पहने हुए, grand (ग्रैन्ड्) = शानदार, sent for (सेन्ट् फ(र)) = बुला भेजा, infront of (इन्फ्रन्ट ऑफ) = सामने, threshold (श्रेश्होल्ड्) = घर की देहली, curious. (क्यूअरिअस्) = उत्सुक, peeped (पीप्ट) = झाँका, blocked (ब्लॉक्ट) = रुक गई, abruptly (अब्रट्लि ) = अचानक, savouring (सैवरिङ्) = स्वाद या मजा लेते हुए, peel (पील) = छिलका, flesh (फ्लेश्) = गूदा, disappointment (डिसपॉइन्ट्मन्ट) = निराशा, lowered (लोअ(र)ड) = नीचे झुका, repeatedly (रिपीटिड्लि) = बार-बार दोहराना, glanced (ग्लान्स्ट) = देखना, निगाह डालना, embarrassed (इम्बैरस्ट्) = परेशान करना, overcome (ओवकम्) = काबू करना, shyness (शाइनस्) = शर्म, shelter (शेल्ट(र)) = शरण, vowed (वाउड्) = शपथ खाई, male (मेल्) = पुरुष, female (फीमेल) = महिला, fled (फ्लेड्) = भाग गया।
हिन्दी अनुवाद : “क्या कोई और कारण है?”
“एक व्यक्ति को एक लड़की से शादी करनी चाहिए जिसका वह प्रशंसक हो। तयशुदा शादी करने का हमारे लिए क्या प्रयोजन? कोई ऐसी लड़की की प्रशंसा कैसे कर सकता है जिसके चेहरे के एक तरफ दूध का धब्बा लगा हो दूसरी ओर गीला हो या वह इतनी छोटी हो कि वह यह भी नहीं जानती हो कि अंगुलियों को कैसे काटा जाए।”
“एक तो कड़वा करेला दूसरा नीम चढ़ा।”
“बिल्कुल ठीक!” रंगा ने हँसते हुए कहा।
मैं निराश था कि जिस लड़के के बारे में मैंने सोचा था, अच्छा पति बन पाएगा, उसने कुँवारा रहने का निश्चय कर लिया था। थोड़ी देर बातचीत करने के बाद रंगा चला गया। तब मैंने अपने दिमाग में उचित निर्णय किया कि मैं उसकी शादी करवाऊँगा।
रामाराव की अच्छी, सुन्दर, ग्यारह साल की भतीजी, उसके साथ रहने आयी थी। वह बड़े शहर की थी अतः वह वीणा और हारमोनियम बजाना जानती थी। उसकी आवाज भी मधुर थी। उसके माता-पिता दोनों मर चुके थे और उसके चाचा उसे घर ले आए थे। रंगा उसके लिए उचित लड़का था और वह उसके लिए उपयुक्त दुल्हन थी।
क्योंकि मैं रामाराव के घर पर लगातार जाता रहता था, लड़की मुझसे खुली हुई थी। मैं उसके नाम का वर्णन करना पूरी तरह भूल गया। यह, रत्ना था। अगले ही दिन सुबह मैं उनके घर गया और रामाराव की पत्नी से कहा, “मैं आपके लिए कुछ छाछ भेजूंगा। रत्ना से कहना जाकर ले आए।”
रत्ना आ गई। शुक्रवार का दिन था अतः उसने भारी-सी साड़ी पहन रखी थी। मैंने उससे मेरे कमरे में बैठने को कहा और उससे गाना गाने का निवेदन किया। मैंने रंगा को बुला भेजा। जब वह गाना गा रही थी मेरी आँखों के सामने कृष्ण की मूर्ति थी—रंगा दरवाजे पर पहुंचा। वह देहली पर रुक गया। वह नहीं चाहता था कि गाना रुके लेकिन गायक को देखने को उत्सुक था। ध्यान से उसने अन्दर झाँका। कमरे में आने वाली रोशनी रुक गयी। रत्ना ने ऊपर देखा, एक अजनबी को देखकर अचानक गाना बन्द कर दिया।
मान लो कि तुम सर्वश्रेष्ठ प्रकार का आम खरीदते हो। तुम इसे धीरे-धीरे खाओ, इसके छिलके का मजा इसके रस भरे गूदे को खाने से पहले ले लो। तुम इसके किसी भी हिस्से को व्यर्थ में गंवाना नहीं चाहते हो। दुबारा आम खाने से पहले आम आपके हाथ से फिसल कर जमीन पर गिर जाता है। आप कैसा महसूस करते हैं? रंगा के चेहरे पर वही निराशा के भाव थे जब गाना रुक गया।
“आपने मुझे बुलवाया था?” जैसे ही वह अन्दर आया उसने मुझसे पूछा और कुर्सी पर बैठ गया।
रत्ना कुछ दूरी पर खड़ी थी, उसका सिर नीचे झुका हुआ था। रंगा बार-बार उसकी ओर देख रहा था। एक बार हमारी आँखें मिलीं और वह बहुत झेंप गया। काफी देर तक कोई नहीं बोला।
“मेरे अन्दर आने से गाना रुक गया। मैं चला जाता हूँ।”
शब्द, सिर्फ शब्द ही होते हैं ! उस व्यक्ति ने जाने के लिए कहा लेकिन वह हिला तक नहीं। आज कलियुग के दौर में भला शब्दों को अपने कार्यों से मिलाने की आशा कौन करेगा?
रत्ना अन्दर भाग गई, अपने शर्मीलेपन के भाव को काबू में करते हुए।
थोड़ी देर बाद, रंगा ने पूछा, “स्वामी, यह लड़की कौन है?”
“अन्दर कौन है?” शेर यह जानना चाहता था। उस बकरे ने जिसने मन्दिर में शरण ले रखी है, उत्तर दिया, “इससे क्या फर्क पड़ता है कि मैं कौन हूँ? मैं तो बेचारा वह जानवर हूँ जिसने पहले ही नौ शेरों को खा लिया है। मैंने एक को और खाने की कसम ले रखी है। मुझे बताओ कि तुम नर हो या मादा?” ऐसा दिखाई देता है कि शेर डर कर भाग गया।
बकरे की तरह, मैंने कहा, “हम में किसी को भी क्या फर्क पड़ता है वह कौन है? मैं पहले से ही शादीशुदा व्यक्ति हूँ और तुम शादी करवाने वाले जीव नहीं हो।”
Very hope fully, he asked………….. …………….this tale. (Pages 21-22)
कठिन शब्दार्थ : betray (बिट्रे) = दिखावा, धोखा देना, excitement (इक्साइट्मन्ट) = जोश, उत्तेजना, shrivelled (शिव्ल्ड ) = मुरझा गया, roasted (रोस्ट्ड ) = भुना हुआ, brinjal (ब्रिन्ज्ल् ) = बैंगन, tutored (ट्यूट(र)ड) = सिखाया, headache (हेड्एक्) = सिरदर्द, went through (वेंट थू) = इसी दौर से गुजरा, process (प्रोसेस्) = प्रक्रिया, choosing (चूजिङ्) = चुनाव करना, suggested (सजेस्ट्ड) = सुझाव दिया, accompanied (अकम्पनिड) = साथ-साथ चला, protest (प्रटेस्ट) = विरोध, tale (टेल्) = कहानी।
हिन्दी अनुवाद : बहुत आशा के साथ उसने पूछा, “तो, इसकी शादी नहीं हुई है?” उसकी आवाज में जोश का दिखावा नहीं था लेकिन मैं जानता था कि उसमें उत्तेजना थी।
“उसकी एक साल पहले शादी हो गयी थी।”
उसका चेहरा भुने हुए बैंगन की तरह मुरझा गया। थोड़ी देर बाद रंगा यह कहते हुए चला गया, “मुझे जाना चाहिए, घर पर मुझे काम है।”
मैं अगले दिन सुबह अपने शास्त्री के पास गया और उससे कहा, “नक्षत्रों का अध्ययन करने के लिए सब कछ तैयार रखना. मैं बाद में आऊँगा।” मैंने उसे सिखा दिया जो मैं उससे कहलवाना चाहता था।
जब मैं दोपहर बाद रंगा से मिला तो मुझे उसमें कोई परिवर्तन दिखाई नहीं दिया। “क्या बात है? तुम विचारों में खोए हुए दिखाई देते हो,” मैंने कहा।
‘नहीं, कुछ गड़बड़ नहीं है, मेरा विश्वास करो।”
“सिरदर्द? आओ, हम डॉक्टर के पास चलें।”
“मेरे सिरदर्द नहीं है। मैं सामान्य हूँ।”
“जब मेरे लिए किसी लड़की के चुनाव करने की बात चली तो मैं भी इसी दौर से गुजरा था। लेकिन मुझे नहीं लगता कि तुम्हारी वर्तमान स्थिति के लिए वैसा कोई कारण हो सकता है।”
रंगा मुझे घूर-चूर कर देखने लगा।
‘आओ, हम चलें और शास्त्री से मिलें,” मैंने सुझाव दिया। “हम यह मालूम करेंगे कि शनि और गुरु तुम्हारे अनुकूल हैं या नहीं।”
रंगा बिना किसी विरोध के मेरे साथ चल दिया। ज्योंही शास्त्री ने मुझे देखा वह अचम्भित होकर बोले, “क्या ही आश्चर्य की बात है, श्यामा! आपसे मिले बहुत समय हो गया।”
श्यामा आपके सेवक के अलावा कोई और नहीं, इस कहानी का लेखक है।
I got angry……………………………………………….some other time.” (Page 22)
कठिन शब्दार्थ : ruined (रूइन्) = नाश करना, खण्ड-खण्ड करना, bursting (बस्ट्रिङ्) = नष्ट भ्रष्ट करना, बिगाड़ना, extremely (इक्सट्रीम्लि) = बहुत अधिक, paraphernalia (पेरफनेलिआ) = साज-सामान, authority (ऑथॉरटि) = अधिकार, आज्ञा, astrology (अस्ट्रॉलजि) = ज्योतिष विज्ञान, palmyra (पैल्माइ(र)) = ताड़, ancient (एन्शन्ट्) = प्राचीन।
हिन्दी अनुवाद : मैं क्रोधित हो गया और चिल्लाया, “क्या? आज सुबह ही……” शास्त्री ने मेरा वाक्य पूरा किया, “आप अपना काम पूरा कर चुके हो और अब मुझसे मिलने को स्वतन्त्र हो।” यदि उसने ऐसा न किया होता तो मैं भड़क कर अपनी योजना को यूँही बिगाड़ देता जिस प्रकार धूप में सूखने को रखे गए दाने चटक जाते हैं। बाद में मैंने जो भी कहा उसके बाद मैं अत्यन्त सावधान रहा।
शास्त्री, रंगा की ओर मुड़े। “हमारे लेखाकार का नौजवान पुत्र घर कब आया? मैं इसके लिए क्या कर सकता हूँ? वह मुश्किल से ही हमारे यहाँ आता है।”
“आप अपना सारा साज-सामान बाहर निकालो। हमारे रंगप्पा के मन में कुछ चल रहा लगता है। क्या आप हमें बता सकते हो उसे क्या चिन्ता है? क्या हम आपकी ज्योतिष विद्या की परीक्षा लें?”
जब मैं शास्त्री से बात कर रहा था मेरी आवाज में अधिकार था। उसने दो कागज, कुछ कौड़ियाँ और ताड़ के पत्तों वाली एक पुस्तक निकाली और कहने लगा, “अय्या, हमारा विज्ञान तो बहुत प्राचीन है। इसके बारे में एक कथा है…….किन्तु वह कथा मैं आपको अभी नहीं सुनाऊँगा। यह कोई हरिकथा नहीं जो आपकी कथा में भी कथा सुना देती हो…..आप अब जावेंगे। यह मैं आपको फिर कभी बतलाऊँगा।”
Shastri moved his lips……………………came out a minute later. (Pages 22-23)
कठिन शब्दार्थ : indicated (इन्डिकेट्ड) = इशारा किया, संकेत दिया, shake (शेक्) = हिलाना, calculations (कैलक्युलेश्न्) = गणनाएँ, controlling (कन्ट्रोलिङ्) = नियन्त्रित करते हुए, humble (हम्बल्) = विनम्र, ocean (ओशन्) = समुद्र, moss (मॉस्) = काई, pearl (पल्) = मोती, precious stone (प्रेशस्-स्टोन्) = जवाहरात, negotiations (निगोशिएश्न्स ) = समझौता, bearing fruit (बेअरिङ् फ्रूट) = फल लगना फलदायी।
हिन्दी अनुवाद : जैसे ही शास्त्री अपनी अंगुलियों पर गिनने लगा उसके होंठ तेजी से हिलने लगे और तब पूछा, “तुम्हारे क्या ग्रह हैं?” रंगा नहीं जान पाया। “कभी चिन्ता मत करो,” शास्त्री ने सिर हिलाकर सूचित किया। गम्भीर मुद्रा में कहने से पहले उसने कुछ गणनाएँ और की, “यह एक लड़की के बारे में है।”
इस सबके दौरान मैं अपनी हँसी रोके हुए था। लेकिन मेरी हँसी अब फूट पड़ी। मैं रंगा की तरफ मुड़ा, “यह वही है जो मैंने कहा था।”
“लड़की कौन है?” यह आपका विनम्र सेवक है जिसने प्रश्न पूछा था।
उत्तर देने से पहले शास्त्री ने थोड़ी देर सोचा, उसका नाम कुछ इस तरह का है जो महासागर में मिलता
“कमला?”
“शायद।”
“तो यह नाम पच्ची, काई हो सकता है।”
“यदि यह कमला नहीं हो सकता तो काई होना चाहिए। मोती या रत्ना क्यों नहीं, कीमती जवाहरात।”
“रत्ना? रामाराव के घर में रहने वाली लड़की, रत्ना है। मुझे बतलाओ कि क्या हमारी बातचीत चलाने का कोई नतीजा निकल सकता है?”
“निश्चयपूर्वक,” उसने कुछ देर सोचने का बाद कहा।
रंगा के चेहरे पर आश्चर्य के चिन्ह थे। और कुछ प्रसन्नता। मैंने इसे भाँप लिया।
“लेकिन वह लड़की तो शादी-शुदा है…………” मैंने कहा। तब मैं उसकी तरफ मुड़ा उसका चेहरा लटका हुआ था।
“मैं यह सब नहीं जानता हूँ। कोई दूसरी उपयुक्त लड़की हो सकती है। मैंने तुमको बतलाया कि शास्त्रों ने क्या संकेत दिया,” शास्त्री ने कहा।
हम उस स्थान से चल दिए। रास्ते में, हम रामाराव के घर के पास से गुजरे। रत्ना दरवाजे पर खड़ी थी। मैं अकेला अन्दर गया और एक मिनट में वापस आ गया।
Surprising………………………….He is threes. (Page 23)
कठिन शब्दार्थ : surprising (सरप्राइजिङ्) = आश्चर्य करते हुए, turned out (ट(र)न्ड् आउट) = साबित होना, swear (स्वेअ(र)) = शपथ खाना, admitted (एडमिट्ड) = स्वीकार किया, suspicion (स्पिश्न्) = शंका, marvellous (मावलस्) = अद्भुत, शानदार, hints (हिंट्स) = संकेत बिन्दु, decent (डीस्न्ट) = अच्छा, शानदार, occasion (अकेशन) = अवसर।
हिन्दी अनुवाद : “आश्चर्य की बात है। ऐसा लगता है इस लड़की का विवाह नहीं हुआ है। पिछले दिनों किसी ने मुझे बतलाया था कि यह विवाहित थी। आखिर शास्त्री ने जो बतलाया वह सच साबित हुआ।
किन्तु रंगप्पा, मैं तो विश्वास ही नहीं कर सकता कि तुम उसी के बारे में सोचते रहे हो। माधवाचार्य की कसम खाकर कहो कि शास्त्री ने जो कहा, वह सच है क्या?”
मैं नहीं जानता हूँ कि कोई सीधी तरह भी कह सकता है या नहीं। रंगा ने स्वीकार किया, “हमारी कल्पना के बनिस्पत उस शास्त्र में बहुत बड़ी सच्चाई है। जो उसने कहा वह पूरी तरह सच है।”
जब मैं उस दिन शाम को शास्त्री के पास गया वह कुएँ पर थे। मैंने कहा, “शास्त्रीजी, आपने बिना शंका के जो पढ़ा रखा था वह सब दोहरा दिया। आपका शास्त्र भी गजब का है!” यह बात उसे बिल्कुल अच्छी नहीं लगी।
“आप क्या कह रहे हैं? आपने जो भी मुझसे कहा वह तो मैं शास्त्रों से भी स्वयं पता लगा लेता। यह मत भूलो कि आपने मुझे जो संकेत दिया था उसी पर मैंने यह सब व्याख्या की है।”
मुझे बताओ कि क्या कोई अच्छा पुरुष ऐसा कह सकता है? रंगप्पा कल ही मुझे खाने पर निमन्त्रित करने आया था। मैंने पूछा, “क्या अवसर है?”
“आज श्यामा का जन्म-दिवस है। वह तीन साल का हो गया है।”
“It’s not a nice name………………..I hope ? (Pages 23-24)
कठिन शब्दार्थ : oil cake (ऑइल् केक) = खली, custom (कस्टम्) = रिवाज, pregnant (प्रेग्नन्ट्) =गर्भवती, cheek (चीक्) = गाल, placed a ring (प्लेस्ड ए रिङ्) = अंगूठी पहना दी, tiny (टाइनि) = छोटी-सी।
हिन्दी अनुवाद : “श्यामा, यह कोई अच्छा नाम नहीं है,” मैंने कहा। “मैं तो खली के काले टुकड़े के समान हूँ। (श्यामा लेखक का नाम था।) “तुमने अपने सुन्दर बच्चे को यह नाम क्यों दिया? तुम और रत्ना के जोड़े में बचपना प्रदर्शित होता है ! यह मैं जानता हूँ, मैं जानता हूँ, यह अंग्रेजी रिवाज है कि बालक का नाम किसी ऐसे व्यक्ति के नाम पर रखते हैं जो आपको पसन्द हो……. तुम्हारी पत्नी आठ माह की गर्भवती हो गयी है। अब खाना पकाने में तुम्हारी माँ की मदद कौन करता है?”
“मेरी बहिन उसके पास आयी हुई है।”
मैं वहाँ पर रात के खाने पर गया। जब मैंने अन्दर प्रवेश किया तो श्यामा भागा-भागा आया और अपनी बाँहों से मेरी टाँगों को पकड़ लिया। मैंने उसे गाल पर चूमा और उसकी छोटी-सी अंगुली में एक अंगूठी पहना दी।
पाठको, मुझे आज्ञा दो। मैं आपकी सेवा के लिए हमेशा तैयार हूँ। मुझे आशा है, आप ऊबे नहीं होंगे?
TEXTBOOK QUESTIONS
Q. 1. Comment on the influence of English–the language and the way of life—on Indian life as reflected in the story. What is the narrator’s attitude to English?
जैसा कि कहानी में दर्शाया गया है भारतीय जीवन पर अंग्रेजी भाषा और अंग्रेजी जीवन के तरीके का प्रभाव पर टिप्पणी लिखो। अंग्रेजी के प्रति वर्णनकर्ता की मनोवृत्ति क्या है?
Ans. The story Ranga’s Marriage describes that there were few people in India who knew English. The village accountant was the first one who had enough courage to send his son to Bangalore to study. In those days there were rare people who spoke English in the villages. They talked only in Kannada. Here is an example to support this. Rama Rao’s son bought a bundle of fire wood. The woman asked for four pice, the price of firewood. The boy told her that he did not have any change’. And she was asked to come the next day. The poor woman could not understand the English word “change’. She went away muttering to herself.
At that time English was considered to be a priceless commodity. Therefore Ranga’s home coming in the village was a great event. Many people wanted to see him after coming back from Bangalore. They tried to know whether he had not lost his cast and culture. Ranga was wearing the sacred thread, The Janewara’. This proved that he was pious.
The narrator considers English to be a priceless commodity. But he tried to show that English does not have any adverse influence on the religious and cultural practice of the people. Ranga’s sacred thread and ‘namaskara’ to his elders shows that he was a true Indian.
‘रंगा की शादी’ कहानी यह वर्णन करती है कि भारत में ऐसे नगण्य लोग ही थे जो अंग्रेजी जानते थे। गाँव का लेखाकार पहला व्यक्ति था जिसने अध्ययन के लिए अपने बेटे को बैंगलोर भेजा था। उन दिनों गाँवों में बहुत कम व्यक्ति ऐसे होते थे जो अंग्रेजी बोलते थे। वे केवल कन्नड़ भाषा में बात करते थे। इसके सहारे के लिए यहाँ एक उदाहरण है। रामाराव के बेटे ने ईंधन की लकड़ी का बण्डल खरीदा। महिला ने ईंधन के मूल्य के लिए चार पैसे माँगे। लड़के ने उससे कहा कि उसके पास (चेंज) रेजगारी नहीं है । और उसे अगले रोज आने के लिए कहा। बेचारी महिला अंग्रेजी के शब्द ‘चेंज’ को नहीं समझ पाई। वह बड़बड़ाते हुए चली गई।
उस समय अंग्रेजी को अमूल्य वस्तु समझा जाता था। इसलिए रंगा का घर आना एक महान् घटना थी। बैंगलोर से वापस आने पर बहुत से लोग उसे देखना चाहते थे। उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि कहीं उसने अपनी जाति और संस्कृति को न खो दिया हो। रंगा ने गले में जनेऊ (पवित्र धागा) पहन रखी थी। इससे साबित होता था कि वह पवित्र था। .
लेकिन वह यह दिखाने का प्रयास करता है कि लोगों की सांस्कृतिक और धार्मिक भावना पर अंग्रेजी का कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। रंगा की जनेऊ और बड़े लोगों से नमस्कार करना यह दिखलाता है कि वह सच्चा भारतीय था।
Q. 2. Astrologers’ perceptions are based on hearsay and conjecture than what they learn from the study of the stars. Comment with the reference to the story.
ज्योतिषियों की धारणा अफवाह व अटकलबाजी पर आधारित होती है बनिस्पत इसके कि वे नक्षत्रों का अध्ययन करके जानें। कहानी के सन्दर्भ में टिप्पणी लिखो। .
Ans. Indian people are sick of many superstitions. A superstition is the perception of astrologers towards astrology. It is not a matter of discussion whether astrology is science or not. The astrologers are not dependent on the study of stars. They do not care much for the movement of the planets and their affect on man’s life. They are like shashtri of the story. All their predections are based on hearsay and conjecture. They are not based on the scientific study of astrology.
The narrator had already told Shashtri what he had to say to Ranga. Shastri said that a girl was the cause of Ranga’s unhappiness. The narrator asked Shastri if there was any chance of his marriage. The astrologer replied that it would be possible. Sometimes astrologers are tutored by their clientele. They falsely move their lips and count on their fingers to make a belief. Shastri did what he was told to do. He impressed Ranga. The poor fellow could not understand their mischievousness.
भारतीय लोग बहुत से अन्धविश्वासों से पीड़ित हैं। अन्धविश्वास ज्योतिषियों की ज्योतिष के प्रति धारणा है। यह तर्क का विषय नहीं है कि ज्योतिष विज्ञान है या नहीं। ज्योतिषी नक्षत्रों के अध्ययन पर निर्भर नहीं रहते हैं। वे ग्रहों की चाल और उनका मनुष्य के मस्तिष्क पर प्रभाव के बारे में ध्यान नहीं देते। वे इस कहानी के शास्त्री की तरह ही होते हैं। उनकी तमाम भविष्यवाणियाँ अफवाह और अप्रमाणित तथ्यों के आधार पर होती हैं। वे ज्योतिष के वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर नहीं होती हैं।
लेखक ने शास्त्री को पहले ही बतला दिया था कि रंगा को क्या कहना है। शास्त्री ने बतलाया कि रंगा की उदासी का कारण एक लड़की थी। लेखक ने शास्त्री से पूछा कि उसकी शादी का कोई अवसर है या नहीं। ज्योतिषी ने बतलाया कि यह सम्भव है। कभी-कभी ज्योतिषी अपने अनुयायीगणों के द्वारा सिखाए-पढ़ाए होते हैं। वे झूठमूठ अपने होंठ हिलाते हैं और विश्वास दिलाने के लिए अंगुलियों पर गणना करते हैं । शास्त्री ने वही किया जो उसे करने को कहा गया। उसने रंगा को प्रभावित कर दिया। बेचारा व्यक्ति उनकी धोखाधड़ी को समझ नहीं पाया।
Q. 3. Indian society has moved a long way from the way the marriage is arranged in the story. Discuss.
भारतीय समाज ने तयशुदा शादी के तरीके का इस कहानी में बहुत लम्बा रास्ता तय किया है। तर्क दीजिए।
Ans. In India the way of marriage is traditional. It has been a custom that the parents of both the bride and bridegroom settle their marriage. But in view of Ranga twenty first century is not the age of arranged marriage. The narrator asked Ranga about the plan of his marriage. Ranga told him that he needed to find the right girl. He knew an officer who got married when he was about thirty and his wife was twenty five. They could talk loving talk to each other. He gave the example of the play of Shakuntla. Dushyant and Shakuntla were young enough to understand each other. It should be to a girl who is
mature.
The narrator thought that Ranga might be proved a good husband for Rama Rao’s niece Ratna. In the story Ratna is eleven years old. She is very pretty. The narrator asks Ratna to sing a song and Ranga is sent for. He is much impressed by the song. The narrator makes a plan of their arranged married. A child marriage could be thought in Hosahalli village but Ranga was not ready for it. But the narrator made a plan through the astrologer to get ready for marriage. At last it became an arranged marriage.
भारत में शादी का तरीका परम्परागत है। यह एक रिवाज हो गया है कि दूल्हे और दुल्हन के माता-पिता उनकी शादी तय करते हैं। लेकिन रंगा की दृष्टि में इक्कीसवीं सदी तयशुदा शादी का युग नहीं है। लेखक ने रंगा से शादी की योजना के बारे में पूछा। रंगा ने उसे बतलाया कि उसे उचित प्रकार की लड़की की आवश्यकता है। वह एक अधिकारी को जानता है जिसकी शादी के समय उम्र तीस वर्ष तथा पत्नी की पच्चीस वर्ष थी। वे एक-दूसरे से प्यार-भरी बातें कर सकते थे। उसने शकुन्तला नाटक का उदाहरण दिया। शकुन्तला और दुष्यन्त एक-दूसरे को समझने के लिए पर्याप्त बड़े थे। यह एक लड़की के लिये होना चाहिये जो कि परिपक्व है।
लेखक ने सोचा कि रंगा, रामाराव की भतीजी रत्ना के लिए उपयुक्त पति हो सकता है। कहानी में रत्ना की उम्र ग्यारह साल है। वह बहुत सुन्दर है । लेखक रत्ना को गाना गाने के लिए कहता है और रंगा को बुलवा लेता है। वह गाने से बड़ा प्रभावित होता है। लेखक उनकी परम्परागत शादी की योजना बनाता है। बाल विवाह का विचार होसाहाली में हो सकता है। लेकिन रंगा इसके लिए तैयार नहीं था। लेकिन लेखक ने ज्योतिषी के द्वारा उनकी शादी करने के लिए एक योजना बनाई। अन्त में यह शादी परम्परागत शादी हो गयी।
Q. 4. What kind of a person do you think the narrator is?
आप लेखक को किस प्रकार का व्यक्ति समझते हैं?
Ans. The narrator appears to be a gentleman. His nature is helping and takes pains to make people happy around him. He is a villager. He is proud of his village Hosahalli, He says that Hosahalli is to Mysore State what the filling is to sweet Karigadabu. He behaves politely. His decision is always right.
The narrator is very intelligent. He is a realistic. He calls English language a priceless commodity. The narrator impresses us with his presence of mind. The narrator is a great manipulator. He knows that Ranga is fit for Ratna. Therefore he tutors Shastri and makes ready Ranga for marriage.
लेखक भद्र पुरुष दिखाई पड़ता है। उसकी प्रकृति अपने आसपास के लोगों की मदद करने और उनको खुश करने की है। वह ग्रामीण है। उसे अपने ग्राम होसाहाली पर गर्व है। वह कहता है कि होसाहाली का मैसूर राज्य से वही सम्बन्ध है जो भरी जाने वाली सामग्री का करीगड़ाबू मिठाई से है। वह नम्रता से व्यवहार करता है। उसका निर्णय हमेशा सही रहता है।
लेखक बहुत बुद्धिमान है। वह वास्तविकता वाला व्यक्ति है। वह अंग्रेजी को अमूल्य वस्तु समझता है। लेखक त्वरित विचारों के कारण हमें प्रभावित करता है। लेखक एक महान् जोड़-तोड़ वाला व्यक्ति है। वह जानता है कि रंगा, रत्ना के लिए उपयुक्त है। इसलिए शास्त्री को सिखा देता है और रंगा को शादी के लिए तैयार कर देता है।
Sir 2nd chapter and 3rd ch. Ki Hindi meaning send kar do isi link pe
ReplyDelete